यादे December 30, 2009June 8, 2021 Hindi / कविता जब कोई निकल पडे उस मकाम कि ओर; जहांसे नाही कोई राह वापसी कि ओर. छोड जाता है पीचे सिर्फ दो चीजे; आंखो मी आसू