Adi's Journal

Pieces of my thourhgs

जहांकी रीत

इस जहांकी रीत कितनी बेगानी
मगर है तो ये बहोतही पुरानी
कूच बोलू तो सब कहे चूप हो जा,
खामोश को पुछे उसकी कहानी …

Related Posts

बटा
मिलन

Leave a Reply