भूलो समय.. November 14, 2011June 8, 2021 Hindi / असेच अवचित.. काही चारोळ्या... * हो अगर साथ यारोंका, उमंग नयी एक मनमे. न सुनाई दे घडीकी टिकटिक, दिनमे हो या रातमे…. * मनमे जगे हो अरमान कुछ करनेके,